मैं अल-कायदा सा जब दहाड़ता हूँ |
वो अमेरिका बन जाती है ||
मैं फरार होने की कोशिश करता हूँ |
वो पीछे ही पड़ जाती है ||
मैं प्लेन सी तेजी लिए जब उसके घर में घुसता हूँ |
वो उलटे पावं मुझे भगाती है ||
मैं उसकी आँखों में झांकता हूँ |
वो दफा हो कह कर सो जाती है ||
मैं सीधा सा लादेन मेरे गावं का |
वो सूटेड बूटेड बुश सा रोब जमाती है ||
मैं एक एके-47 दिखाता हूँ |
वो मुझ पर टेंक ले के चढ जाती है |
मैं ब-मुश्किल एक तेल का कुंवा बचाता हूँ |
वो दूसरे में बत्ती लगा जाती है ||
मैं एक वीडियो जारी करता हूँ |
वो 3 घंटे
की पूरी मूवी दिखाती है ||
मैं बचने के लिए जाऊँ तोरा-बोरा या सिंध |
वो मेरे पीछे हर पल नजरों के जासूस दोडाती है ||
मैं रखू एक ओर देसी GF एक्स्ट्रा |
वो उसी वक्त किसी फिरंगी
को पटाती है ||
मिग से नैन उसके, शब्दों
से गोलियां चलाती है |
लबों की लिपस्टिक मुझे
केमिकल वेपन की याद दिलाती है ||
मैं बनूँ लादेन दुनिया
चाहे डरे मुझसे |
अमरीका सी GF के सामने मेरी भी बत्ती गुल हो जाती है ||
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